बुधवार, 1 मार्च 2017

आज ये राजा आजा , आजा हो आजा [ भोजपुरी लोकगीत ]

हम फोनवा पर केतना बताईं 
बाकी मानव के कइसे मनाई 
बहे जब-जब पुरवईया हो 
मन बिगड़े सइयां हो 
आज ये राजा आजा , आजा हो आजा 
जल्दी से वापस आजा राजा 

झूठो के माया फईलावतार 
जानिए के हमके सताव तार 
सब परब ख़ाली गईल पूजा दिवाली गईल 
आवे के कही के ना आवतार 
जनि हमरा के ढेर फुसलाईं 
दूर रही के न आग धनकाई 
बहे जब-जब पुरवईया हो 
मन बिगड़े सइयां हो 
आज ये राजा आजा , आजा हो आजा 
जल्दी से वापस आजा राजा 


केहू प अब ना भरोसा बाटे 
लोग बाग़ देखी  देखी हंस ताटे 
जिनगी जियान होई बड़का तूफ़ान होई 
देवरो भी चाह तारे चानी काटे 
हम दोसरा के कईसे मनाई 
बाक़ी अपना के केतना बचाईं  
बहे जब-जब पुरवईया हो 
मन बिगड़े सइयां हो 
आज ये राजा आजा , आजा हो आजा 
जल्दी से वापस आजा राजा 

हम मन मारी के त रहीं घरे 
खाके अनाज ख़ाली पेट भरे 
तोहरा बुझात नईखे कुछो जनात नईखे 
हमरो त कबो कबो मन करे 
तनी हमरो के बहरा घुमाई 
कुछ दुनिया त हमके देखाई 
बहे जब-जब पुरवईया हो 
मन बिगड़े सइयां हो 
आज ये राजा आजा , आजा हो आजा 
जल्दी से वापस आजा राजा 

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